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राजस्थान: खैरथल-तिजारा में ‘वन्दे मातरम्@150’ कार्यक्रम के तहत देशभक्ति रैली और पुष्पांजलि

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राजस्थान  Published by: Jaibeer Singh , Date: 08/11/2025 05:32:49 pm Share:
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संक्षेप

राजस्थान: राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शनिवार सुबह खैरथल-तिजारा देशभक्ति के रंग में रंग गया।

विस्तार

राजस्थान: राष्ट्रगीत ‘वन्दे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शनिवार सुबह खैरथल-तिजारा देशभक्ति के रंग में रंग गया। “वन्दे मातरम्@150” कार्यक्रमों की शुरुआत भगत सिंह चौक पर शहीद भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर की गई, जब भारत माता की जय और वन्दे मातरम् के जयघोष से पूरा शहर गूंज उठा।राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव, जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट ने भगत सिंह चौक से हरी झंडी दिखाकर बाइक रैली को रवाना किया। मार्ग में “वन्दे मातरम्” और “भारत माता की जय” के जयघोष गूंजते रहे, जिससे वातावरण देशभक्ति के उल्लास से सराबोर हो गया। बाइक रैली का कारवां भगत सिंह चौक से रवाना होकर शहीद हेमू कालानी स्मारक पहुंचा, जहां अमर शहीद को नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई। शहीद स्मारक से बाइक रैली कारवां पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खैरथल पहुंचा। राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव ने कहा कि यूं तो बहुत से देश प्रेम के गीतों ने स्वतंत्रता संग्राम में देश भक्ति का जज्बा भरा लेकिन 150 वर्ष पूर्व देशवासियों के हृदय को एकता के सूत्र में पिरोते हुए देश की समृद्धि और संपन्नता का बखान कर, भारत भूमि पर मर मिटने का जज्बा पैदा किया तो इस राष्ट्रगीत ने किया। आज भी हमें इस गीत को आत्मसात करने की आवश्यकता है। युवाओं को भारत भूमि के प्रति समर्पित रहने, उसके प्रति अपने दायित्वों को समझने के लिए इस गीत के प्रति सम्मान भाव जरूरी है। समारोह को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर ने कहा कि यह दिन हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का प्रतीक है। 150 वर्ष पूर्व बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने जब ‘वन्दे मातरम्’ की रचना की, तब उन्होंने केवल एक गीत नहीं लिखा, बल्कि राष्ट्र की आत्मा को स्वर दिया। यह गीत स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा बना, जिसने हर भारतीय के मन में मातृभूमि के प्रति प्रेम और त्याग की भावना जगाई। आज जब हम इस गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर नमन करते हैं, तो यह अवसर स्मरण के साथ संकल्प का भी है। आइए, हम सब मिलकर यह प्रण लें कि अपने कर्म और परिश्रम से आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे। इसी के साथ उन्होंने स्वदेशी अपनाने के लिए सभी को प्रेरित भी किया। इस अवसर पर अतिथिगण, स्कूल के छात्र छात्राओं एवं उपस्थित आम जनों ने सामूहिक रूप से वंदे मातरम का गायन कर माहौल में देशभक्ति का रंग भरा। अतिथि गणों ने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं आमजन को स्वदेशी अपनाने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान कार्यक्रम के नगर परिषद कमिश्नर मुकेश शर्मा, नगर परिषद कनिष्क अभियंता मोतीलाल वर्मा, मंडल अध्यक्ष मनीष शर्मा, निजी शिक्षण संस्थान अध्यक्ष सुनील यादव, मंडल उपाध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश माँधू, नगर परिषद पार्षद सहित जनप्रतिनिधिगण, आमजन एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।