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उत्तर प्रदेश: कवि सुनील खुराना, पंजाब के पटियाला शहर के कवि सम्मलेन में सम्मानित
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संक्षेप
उत्तर प्रदेश: हिंदी भाषा के साहित्यकार मशहूर कवि से हुई बातचीत में उन्होनें बताया कि, साहित्य कलश परिवार पटियाला के संयोजक "सागर" सूद संजय के द्वारा पंजाब के पटियाला शहर के प्रभात परवाना पटियाला में एक विशाल सम्मान समारोह, पुस्तक विमोचन और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
विस्तार
उत्तर प्रदेश: हिंदी भाषा के साहित्यकार मशहूर कवि से हुई बातचीत में उन्होनें बताया कि, साहित्य कलश परिवार पटियाला के संयोजक "सागर" सूद संजय के द्वारा पंजाब के पटियाला शहर के प्रभात परवाना पटियाला में एक विशाल सम्मान समारोह, पुस्तक विमोचन और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भारत के जाने-माने वरिष्ठ साहित्यकारों ने भाग लिया। जिसकी अध्यक्षता जानी-मानी भारत की वरिष्ठ साहित्यकार मंजू जी के द्वारा की गई। इस कवि सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि के रूप में लायन दिनेश सूद, डॉ0 रवि भूषण,पवन गोयल, त्रिलोक ढिल्लों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। सुनील कुमार "खुराना" के शब्दों की महफिल साझा काव्य संग्रह का विमोचन पंजाब के पटियाला शहर में हुआ। सुनील कुमार "खुराना" ने भी शब्दों की महफिल काव्य संग्रह में भाग लिया। सम्पादक महोदय के द्वारा शब्दों की महफिल काव्य संग्रह भारत के जाने-माने विशिष्ट कवियों को संजोकर कवियों की सोच से इस काव्य संग्रह को सजाया गया। साहित्य कलश परिवार पटियाला के द्वारा कवि सम्मेलन किया गया। कवि सम्मेलन में सुनील कुमार "खुराना" सहारनपुर ने भाग लिया। साहित्य कलश परिवार पटियाला के संयोजक सागर सूद संजय ने बताया कि सुनील कुमार "खुराना" ने देशभक्ति गीत गाकर साहित्य कलश परिवार पटियाला की शोभा बढ़ाई। साहित्य कलश परिवार पटियाला के संयोजक ने सुनील कुमार "खुराना" को सुनहरे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। संवाददाता की बात सुनील कुमार "खुराना" से हुई तो उनके द्वारा हमें बताया गया है कि वह कस्बा नकुड़ सहारनपुर उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। सुनील कुमार "खुराना" उच्च प्राथमिक विद्यालय बाधी नकुड़ सहारनपुर उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। सुनील कुमार "खुराना" नकुड़ सहारनपुर उत्तर प्रदेश के एक अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार हैं। इनके वर्तमान में 152 साझा काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। सुनील कुमार "खुराना" नेपाल देश में कई बार सम्मानित किए जा चुके हैं। इनकी रचनाएं सैकड़ों पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है। इनका कहना है कि कलम एक ऐसा साधन है जो समाज में बदलाव की बयार ला सकता है। सुनील कुमार "खुराना" की रचनाएं लाखों लोग पढ़कर बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं। सुनील कुमार "खुराना" को शब्दों की महफिल प्रकाशित काव्य संग्रह की बहुत लोगों ने शुभकामनाएं दी हैं जिनमें कुलदीप सिंह रोहिला, नगीनी देवी, बेबी रानी,अमित कुमार प्रिया काम्बोज,उज्जवल धवल,साक्षी,रूमन देवी,सन्नी, सोनम,नीरज,भानू प्रताप सिंह, ललीता, सुरेश कुमार,किरण देवी, विनीता चावला आदि।
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