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हरियाणा: घग्घर नदी का बढ़ता जलस्तर बना खतरा, रंगा गांव पहुंचे सांसद व विधायक ने सरकार को घेरा

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हरियाणा  Published by: Ritesh , Date: 06/09/2025 06:06:09 pm Share:
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  • 06/09/2025 06:06:09 pm
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संक्षेप

हरियाणा: गांव रंगा ।घग्घर नदी का लगातार बढ़ता जलस्तर गांवों के लिए खतरे का कारण बनता जा रहा है।

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हरियाणा: गांव रंगा ।घग्घर नदी का लगातार बढ़ता जलस्तर गांवों के लिए खतरे का कारण बनता जा रहा है। शनिवार को हालात का जायजा लेने के लिए सिरसा की सांसद कुमारी शैलजा और कालांवाली के विधायक शिशपाल केहरवाला गांव रंगा पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की और नदी किनारे खड़े होकर स्थिति का निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने नेताओं को बताया कि नदी का पानी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, जिससे उनकी फसलें खतरे में हैं। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो खेतों में खड़ी धान और अन्य फसलें पूरी तरह नष्ट हो सकती हैं। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि अब तक प्रशासन और भाजपा सरकार की ओर से कोई ठोस प्रबंध नहीं किए गए हैं। सांसद कुमारी शैलजा ने मौके पर चिंता जताते हुए कहा कि हालात बेहद गंभीर हैं और प्रशासन को तुरंत अलर्ट पर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल दौरे और बैठकों से काम नहीं चलेगा, बल्कि ज़मीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई की ज़रूरत है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि किसानों और ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से सरकार की उदासीनता स्पष्ट दिखाई दे रही है। कालांवाली विधायक शिशपाल केहरवाला ने भी सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार सिर्फ दावे करती है, जबकि हकीकत में गांवों में बाढ़ से निपटने के कोई इंतजाम मौजूद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कालांवाली क्षेत्र हर साल बारिश और घग्घर नदी के उफान से प्रभावित होता है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने अब तक कोई ठोस कार्ययोजना नहीं बनाई। दोनों नेताओं ने प्रशासन से मांग की कि तुरंत नदियों के किनारों को मजबूत किया जाए, पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और राहत कार्यों के लिए टीमें पहले से तैनात की जाएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे ग्रामीणों की समस्याओं को विधानसभा और संसद दोनों में मजबूती से उठाएंगे।

ग्रामीणों ने सांसद और विधायक से आग्रह किया कि वे इस मुद्दे को सरकार तक पहुंचाएं, ताकि समय रहते बचाव कार्य किए जा सकें और किसानों को भारी नुकसान से बचाया जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि फसलें उनकी आजीविका का आधार हैं और अगर वे नष्ट हुईं तो गांव की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों ने दावा किया है कि हालात पर लगातार नज़र रखी जा रही है। जलस्तर पर निगरानी के लिए टीमें तैनात की गई हैं और खतरे की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि केवल कागजों में तैयारी से कोई राहत नहीं मिलने वाली। कुल मिलाकर, गांव रंगा में घग्घर नदी का बढ़ता जलस्तर एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आया है। सांसद और विधायक का दौरा ग्रामीणों को राहत देने वाला जरूर है, लेकिन असली राहत तभी मिलेगी जब सरकार और प्रशासन मिलकर ज़मीनी स्तर पर ठोस कदम उठाएं।