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गुजरात: गांधीनगर में हुआ देश का सबसे बड़ा डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला
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संक्षेप
गुजरात: गांधीनगर में "डिजिटल गिरफ्तारी" नामक एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें धोखेबाज लोगों को डराकर और धमकाकर पैसे ऐंठने के लिए खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी अधिकारी बताते हैं। ये घोटाले अक्सर फर्जी सीबीआई अधिकारी, पुलिस या पीएमओ अधिकारी बनकर किए जाते हैं।
विस्तार
गुजरात: गांधीनगर में "डिजिटल गिरफ्तारी" नामक एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें धोखेबाज लोगों को डराकर और धमकाकर पैसे ऐंठने के लिए खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी या सरकारी अधिकारी बताते हैं। ये घोटाले अक्सर फर्जी सीबीआई अधिकारी, पुलिस या पीएमओ अधिकारी बनकर किए जाते हैं। डिजिटल गिरफ्तारी घोटाला क्या है? पीड़ितों को अक्सर स्काइप या अन्य वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म पर शामिल होने के लिए कहा जाता है, जहां धोखेबाज उन्हें डराते हैं और पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर करते हैं। गांधीनगर में इस घोटाले का खुलासा कैसे हुआ? गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया, व्हाट्सएप और टेलीग्राम का उपयोग करके पीड़ितों से संपर्क करते थे। गिरोह के सदस्यों के तार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, छत्तीसगढ़, बिहार, गोवा और ओडिशा में हुए घोटालों से भी जुड़े थे। नागरिकों को क्या करना चाहिए? कोई भी वास्तविक जांच एजेंसी आपको फोन या वीडियो कॉल पर पूछताछ नहीं करेगी। 3 महीने तक डिजिटल तरीके से ठगी करने वाली महिला डॉक्टर गिरफ्तार, 19.24 करोड़ बरामद; कंबोडिया से निकला धोखाधड़ी का कनेक्शनगांधीनगर में देश का सबसे बड़ा डिजिटल अरेस्ट घोटाला; 3 महीने तक डिजिटल अरेस्ट रही महिला डॉक्टर, 19.24 करोड़ रुपए बरामद; धोखाधड़ी का कनेक्शन कंबोडिया से निकला यह सिलसिला मार्च में शुरू हुआ था। तीन महीने में 19 करोड़ 24 लाख रुपए गँवाने के बाद महिला डॉक्टर को पता चला कि वह साइबर स्कैम का शिकार हो गई है। गुजरात की राजधानी गांधीनगर से साइबर ठगी के प्रति जागरूकता अभियान चल रहा है और गांधीनगर की एक महिला डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गई।
धोखेबाज पीड़ितों को फोन या वीडियो कॉल करते हैं और उन्हें डराते हैं कि उनके खिलाफ मामला दर्ज है या उनके बैंक खाते से अवैध लेनदेन हुआ है।
वे पीड़ितों को "जांच" के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहते हैं, यह दावा करते हुए कि यह एक वैध पुलिस प्रक्रिया है।
गांधीनगर में, पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार किया जो इस तरह के घोटालों में शामिल था।
यदि आपको कोई ऐसा फोन कॉल या वीडियो कॉल आता है जिसमें आपसे पैसे मांगे जाते हैं, तो यह एक घोटाला हो सकता है।
यदि आपको कोई संदेह है, तो पुलिस या कानून प्रवर्तन एजेंसी से संपर्क करें।
अपने मौलिक अधिकारों के बारे में जागरूक रहें और किसी भी अवैध गिरफ्तारी का विरोध करें।
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