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छत्तीसगढ़: मछली पालन के साथ-साथ झींगा पालन हेतु कार्यशाला का हुआ आयोजन
- Photo by : SOCIAL MEDIA
विस्तार
छत्तीसगढ़: जिला पंचायत सभाकक्ष में कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन एवं जिला पंचायत सीईओ श्री विजेन्द्र पाटले के मार्गदर्शन में डॉ. पौलोभी बनर्जी, हेड ई.एस.जी. आई बी ग्रुप राजनांदगांव, डॉ0 मोहन दास, हेड श्रींफ फिड आई बी ग्रुप, श्री षिवेन्द्र कुमार दुबे, सीएसआर मैनेजर आई बी ग्रुप, श्री सूर्य प्रकाश नेताम, तकनीकी मैनेजर आई बी ग्रुप की उपस्थिति में मछली पालन के साथ-साथ झींगा पालन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम श्री एम.एस. सोनवानी सहायक संचालक मछली पालन द्वारा जिले में मत्स्य पालन हेतु उपलब्ध जल संसाधनों एवं अद्योसंरचनाओं के संबंध में आधारभूत जानकारी दिया गया। जहां कुल 1158 ग्रामीण तालाब/सिंचाई जलाशय जलक्षेत्र 1973.00 हे0 उपलब्ध है। जिले में पंजीकृत मछुआ सहकारी समिति एवं मछुआ स्वयं सहायता समूह व निजी 1790 मत्स्य कृषक मछली पालन व्यवसाय से जुड़े हुये हैं। डॉ0 पौलोभी बनर्जी, हेड ई.एस.जी. आई बी ग्रुप द्वारा झींगा पालन के उद्देश्य एवं पूर्ति हेतु जिला सूरजपुर में अपार सं भावनाओं के संबंध में चर्चा किया गया। वैज्ञानिक डॉ. मोहन दास ने झींगा पालन के संबंध में स्थान का चयन, पानी का परीक्षण, तालाब निर्माण, जल प्रवाह की व्यवस्था, झींगा बीज का चयन, वृद्धि पर निगरानी, खाद्य प्रबंधन, स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण, जल परिवर्तन और सफाई, संग्रहण व विपणन के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया। श्री शिवेन्द्र कुमार दुबे एवं श्री सूर्य प्रकाश नेताम ने भी तकनीकी मार्गदर्शन दिया। प्रगतिशील मत्स्य कृषक श्री नरेन्द्र सिंह ग्राम बसदेई, श्री राकेश गुप्ता ग्राम केंवटाली, श्री शैलेन्द्र सिंह ग्राम आमगांव, श्री भोले सिंह ग्राम लक्ष्मीपुर के द्वारा भी अपने अनुभव का साझा करते हुये समस्याओं के बारे में अपना-अपना बात रखा। कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के द्वारा उपस्थित कृषकों को मत्स्य पालन एवं उत्पादकता पर विशेष ध्यान देने हेतु संबोधित किया जिससे कृषकों की आय में वृद्धि हो सके। साथ ही सहायक संचालक मछली पालन एवं एनआरएलए म की टीम को जिले में मत्स्य पालन के साथ झींगा पालन की संभावनाओं को देखते हुये हैचरी/संवर्धन, कृषकों को उपलब्ध संसाधन, उन्नत किस्म के बीज एवं फीड की उपलब्धता के संबंध में विस्तृत कार्य योजना तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया।
श्री शिवेन्द्र कुमार दुबे, सीएसआर मैनेजर, श्री सूर्य प्रकाश नेताम, तकनीकी मैनेजर आई बी ग्रुप के द्वारा शासकीय मत्स्य बीज प्रक्षेत्र बसदेई का भ्रमण किया गया। सहायक संचालक मछली पालन श्री एम.एस. सोनवानी के द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्पान उत्पादन 410 लाख एवं स्टैण्डर्ड फ्राई उत्पादन 80 लाख से अवगत कराया, मत्स्य बीज उत्पादन हैचरी, स्पॉनिंग पूल, इनक्यूबेशन पूल, प्रजनक पोखर, संवर्धन पोखरों का अवलोकन, स्पॉन, फ्राई, फिंगरलिंग की उपलब्धि एवं रजत महोत्सव 2025 के अवसर पर जिले के मछुआ सहकारी समिति, मछुआ समूह एवं व्यक्तिगत मत्स्य कृषकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर मत्स्य बीज फिंगरलिंग वितरण के संबंध में जानकारी दिया गया। तत्पश्चात् प्रगतिशील मत्स्य कृषक श्री नरेन्द्र सिंह ग्राम बसदेई के द्वारा निर्मित पोण्ड लाईनर, एकीकृत मत्स्य पालन का अवलोकन किया गया जहां पर मत्स्य बीज संचयन, फीड प्रबंधन, संग्रहण व विपणन के संबंध में चर्चा किया गया। श्री नरेन्द्र सिंह ने बताया कि फुटकर बाजार में मत्स्य विक्रय करने से अधिक आमदनी मिलती है, जिससे स्थानीय बेरोजगारों को भी रोजगार का अवसर प्राप्त होता है। कार्यषाला के दौरान श्री ऋषभ सिंह चन्देल उप संचालक पंचायत, श्री सुधाकर बिसेन सहायक मत्स्य अधिकारी, श्री डिगेष्वर सिंह मत्स्य निरीक्षक, श्री मुकेष राजवाड़े मत्स्य जमादार, श्री अजय साहू भृत्य, श्री सर्वजीत सिंह, श्रीमती माधुरी भण्डारी बी.पी.एम, प्रगतिषील मत्स्य कृषक, निजी मत्स्य पालक, पंजीकृत मछुआ सहकारी समिति एवं एनआरएलएम महिला स्वयं सहायता समूह के सदस्य भी उपस्थित रहे।
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