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उत्तर प्रदेश: गोरखपुर RTI एक्टिविस्ट मनोज दुबे पर हमला, PWD अभियंताओं पर गंभीर आरोप

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उत्तर प्रदेश  Published by: Sonu , Date: 16/09/2025 05:06:56 pm Share:
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  • 16/09/2025 05:06:56 pm
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संक्षेप

उत्तर प्रदेश: अवगत कराना है कि दिनांक 10.09.2025 को शिवसेना के प्रदेश महासचिव श्री मनोज उर्फ लल्लन दुबे निवासी रूस्तमपुर गोरखपुर के साथ एक गंभीर आपराधिक घटना घटी।

विस्तार

उत्तर प्रदेश: अवगत कराना है कि दिनांक 10.09.2025 को शिवसेना के प्रदेश महासचिव श्री मनोज उर्फ लल्लन दुबे निवासी रूस्तमपुर गोरखपुर के साथ एक गंभीर आपराधिक घटना घटी। लोक निर्माण विभाग, खण्ड-३ गोरखपुर के अभियता डी०के० सिंह व रंजन कुमार सहित अन्य लोगों द्वारा उन्हें अनियमिततओं के विरुद्ध आवाज उठाने और आर टी आई के माध्यम से भ्रष्टाचार उजागार करने पर न केवल धमकाया गया बिल्क 10-15 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की कोशिश एवं मोबाइल छीनने जैसी घटनाएं की गई। यही नहीं पी०डब्लू० डी० आधिकारियों ने मनोज दूबे के विरुद्ध गम्भीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराकर उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भिजवा दिया। यह भी उल्लेखनीय है कि घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना दर्ज है। शिकायतकर्ता श्री मनोज उर्फ लल्लन दूबे ने तत्काल 112 नंबर पर सूचना दी तथा चोकी इन्चार्ज विश्वविद्यालय, गोरखपुर को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने हेतु तहरीर भी सौंपी, किन्तु अब तक एफ०आई०आर० दर्ज नहीं की गई है। महोदय, यह प्रकरण न केवल एक व्यक्ति पर हमला है बल्कि समाज में भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है। यदि इस प्रकार के जनप्रतिनिधि और समाजसेवी सुरक्षित नहीं रहेंगे तो आम जनता का मनोबल टूटेगा। शिवसेना उत्तर प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति की पक्षधर है और आपकी निष्पक्षता में पूर्ण विश्वास रखती है ऐसी स्थिति में हमारे पदाधिकारी के विरूद्ध यह आपराधिक कार्यवाही सर्वधा निंदनीय है। इस प्ररकण की उच्च स्तरीय व निष्पक्ष जाँच कराई जाए। नामजद अभियंताओं एवं शामिल सभी अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाएं। पीडित मनोज दूबे को सुरक्षा प्रदान की जाए। लोक निर्माण विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की स्वतंत्र एजेंसी से जॉच कराई जाए। पीडित मनोज दूबे पर लगी घराए बी एन एस 312, 121(1), 132, 324(3), 103, 309(6), 333 को खारिज कर जेल से रिहा किया जाए। हमें विश्वास है कि आप शीघ्र ही निष्पक्ष कार्यवाही कर पीडित को न्याय दिलाएंगें।


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