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उत्तर प्रदेश: पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब ने जताया आक्रोश 
 

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उत्तर प्रदेश  Published by: Indresh Kumar Pandey , Date: 25/10/2025 07:00:52 pm Share:
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  • 25/10/2025 07:00:52 pm
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संक्षेप

उत्तर प्रदेश: यागराज जनपद में सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में गुरुवार रात पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू की धारदार हथियार से हुई निर्मम हत्या ने पूरे प्रयागराज शहर को झकझोर कर रख दिया है।

विस्तार

उत्तर प्रदेश: यागराज जनपद में सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में गुरुवार रात पत्रकार एल.एन. सिंह उर्फ पप्पू की धारदार हथियार से हुई निर्मम हत्या ने पूरे प्रयागराज शहर को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य वारदात के बाद पत्रकारों में भारी आक्रोश और शोक की लहर है। घटना के बाद शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब प्रयागराज की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता क्लब के संयोजक वीरेन्द्र पाठक ने की। बैठक में शहर के वरिष्ठ और युवा पत्रकारों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। सभी ने एक स्वर में कहा कि पत्रकार एल.एन. सिंह को शीघ्र न्याय मिलना चाहिए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पत्रकारों ने कहा कि यह केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि पत्रकारिता की आज़ादी और सुरक्षा पर हमला है।

पत्रकारों ने बैठक में चार प्रमुख मांगें रखीं गई। हत्याकांड की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में शीघ्र सजा दी जाए। मृतक पत्रकार के परिजनों को उचित आर्थिक सहायता एवं बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था दी जाए। घटना स्थल से अस्पताल तक ले जाने में हुई देरी की जांच कर जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जाए। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए स्थायी नीति बनाई जाए। इसी क्रम में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्लब का एक प्रतिनिधिमंडल संयोजक वीरेन्द्र पाठक के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नर जोगिंदर सिंह और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने दोनों अधिकारियों को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि शासन मृतक पत्रकार के परिवार को समुचित आर्थिक सहायता दे और हत्याकांड की गहन जांच कर शीघ्र खुलासा किया जाए।


पुलिस कमिश्नर जोगिंदर सिंह ने पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया और कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
वहीं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहा कि मृतक पत्रकार के परिवार को सरकारी योजनाओं के माध्यम से अधिकतम मदद दी जाएगी, साथ ही उनके बच्चों की शिक्षा व्यवस्था भी प्रशासन अपने स्तर पर करेगा। पत्रकारों ने प्रयागराज पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना भी की। पुलिस ने घटना के अगले ही दिन मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था, जिसके पैर में तीन गोलियां लगीं। हालांकि पत्रकारों ने हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की मांग की, ताकि पूरे प्रकरण का सच सामने आ सके।

बैठक और प्रतिनिधिमंडल में वीरेन्द्र पाठक, अनुपम शुक्ल, राजेन्द्र गुप्ता, दिनेश तिवारी, मो. आमिर, कुलदीप शुक्ला, नीतेश सोनी, शैलेश कुमार, आरव भारद्वाज, गगन सिंह, विकास मिश्रा, विनीत शेट्टी, पवन मिश्रा, शमशाद अहमद, मोहम्मद अनवर खान, पवन उपाध्याय, इमरान यूसुफी, पंकज गुप्ता, प्रवीण मिश्रा, सलमान अहमद, तारकेश्वर नाथ पांडे, धीरज कुमार, दिव्यांश पांडे, जिया सिद्दीकी, जैदुल्लाह, मनोज कुमार, अभिनव केसरवानी, फरहान अली, भेलचंद्र पांडे, संजीव मिश्रा, आयुष श्रीवास्तव, रचना त्रिवेदी, मोहम्मद आरिज, पवन पटेल, पवन पाल, मोहम्मद लइक, सौरभ, विलास गुप्ता, शकील अहमद, आशीष भट, संतोष सिंह, श्यामू कुशवाहा सहित अनेक पत्रकार उपस्थित रहे।